Pakistan and Hindustan's changing relationship
India and Pakistan are neighbors of each other and we know that we can choose friends, but not neighbors, there are some differences between the two neighboring countries, but India and Pakistan are different from all of them. We all know that the foundation of Islam is based on Islam, but since the independence of India was laid on secularism, Jinnah and India had a different thinking about Kashmir, Hyderabad or Junagadh. There was a big controversy in Pakistan, then Pakistan's occupation of Kashmir in the middle of 'all these' was the reason for all this, then the war with China in 1962, then Pakistan's ruler or Khan attacked India on Kashmir but Pakistan He did not get anything in it only got defeated. He persecuted the Bangladeshi people after a few days, which proved to be his biggest mistake for Pakistan, waging war against India but in 1971 Pakistan lost part of its East Pakistan. The reason was Pakistan, which accepted Urdu as its national language, but Bangladeshi was only After knowing the village itself, it was the reason for not allowing Sikh Mujirumrahman to become the Prime Minister of Pakistan even after winning the elections, but India had made Bangladesh a safe country and a free country, it was only Hindusthan that did not leave 93000 Pak army and leave But Pakistan gave the answer to this after terrorism. First he started the movement of Khalisthan in Punjab, but Hindusthan finished it too. Pakistan now wants to take over Jammu and Kashmir. For that, they chose Kargil but the Indian army Pakistan has also defeated in this, in its policy, it gives the definition of good terrorism and bad terrorism, whether the attack on the Parliament of India in 2003 or the Kandahar operation only reflects the kurur mentality of Pakistan, when Mumbai in 2008 The terrorists killed the Nihatte people in the Taj Hotel. People like Hafiz Shaheed and Lakhvi are still roaming freely in Pakistan. Lakhvi became a father even while living in Pakistan jail, all this makes a mockery of Pakistan's law but Pakistan still There is no hawk from the punishing antics, India has made a surgical strike in its possession which has been captured by Pakistan and killed the terrorists. After this, we made an air strike, but Pakistan is hiding its truth from its people, it is incapable of spreading its foreign policy. Today India has reached Mars, we have also touched the moon, but we have reached the sky in IT and medical, but Pakistan has opened a factory of terrorism in its own place, when the terrorists on children in Peshawar in Pakistan.
If we attacked, every person of Hindustan cried. Qi Pakistan should now understand that terrorism does not happen to anyone and we hope that at some time there will be a government that will give priority to development only.
When Imran Khan's government was formed, we hoped that now something will change in Pakistan.
Modi told the government of Pakistan that for five years you should fight against poverty in your country and we also fight poverty for five years, then you see the results, but Pakistan has taken the wrong meaning of these things. Uri but Pakistan did not stop terrorism on India, after that India should abolish Article 370 in Kashmir, but the PM of Pakistan abandoning the progress of his country and taking the internal affairs of India to those U.N.
Due to this, there has been tension in the relationship between India and Pakistan, we hope
One day Pakistan will abandon terrorism and adopt the path of development
भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के पडोसी मुल्क है और हम जानते हे की हम लोग दोस्त चुन सकते हे लेकिन पडोसी नहीं दुनिआ में कही पर भी दो पडोसी मुल्को में कुछ न कुछ मतभेद चलते रहते हे लेकिन भारत और पाकिस्तान इन सब से कहि अलग हे पाकिस्तान की नीव हम सब को पता हे की इस्लाम पर आधारित हे लेकिन भारत की नीव धर्मनिरपेक्षता पर रखी गयी आजादी के बाद से ही जिन्ना और भारत की सोच अलग रही जहा पर कश्मीर का मसला हो या फिर हैदराबाद हो या फिर जूनागढ़ इन सब पर भारत और पाकिस्तान में बड़ा ही विवाद रहा फिर'भी'इन सब के बिच में पाकिस्तान का कश्मीर पर कब्ज़ा होना इन सब की वजह रही फिर 1962 में चीन के साथ युद्ध होना फिर पाकिस्तान के शासक या या खान का भारत पर हमला कश्मीर को लेकर लेकिन पाकिस्तान को उसमे भी कुछ नहीं मिला सिर्फ हार मिली उसको कुछ दिनों बाद बांग्लादेशी लोगो पर अत्याचार करना जो की पाकिस्तान के लिए उसकी सबसे बड़ी भूल साबित हो गयी भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ देना लेकिन 1971 में पाकिस्तान ने अपने पूर्वी पाकिस्तान के हिस्से को खो दिया इसकी वजह भाषा थी पाकिस्तान जिसने अपने नेशनल भाषा उर्दू को माना लेकिन बांग्लादेशी सिर्फ बांग्ला को ही जानते थे उसके बाद सेख मुजीरउमरेहमाँन को चुनाव जितने के बाद भी पाकिस्तान का प्रधानमंत्री ना बनने देना इसकी वजह रही लेकिन भारत ने बांग्लादेश को एक सुरक्षित देश और मुक्त देश बनाया था वो हिन्दुस्थान ही था जिसने 93000 पाक आर्मी को कैद न करके छोड दिया था लेकिन पाकिस्तान ने इसका जवाब उसके बाद आतंवाद से दिया सबसे पहले उसने पंजाब में खालिस्थान की मूवमेंट चलाई लेकिन हिन्दुस्थान ने उसको भी ख़तम कर दिया पाक अब जम्मू और कश्मीर पर अधिकार करना चाहता हे उसके लिए उसने कारगिल को चुना लेकिन भारत की फौज ने उसके इसमें भी मात दे दी पाकिस्तान ने अपनी पालिसी में अच्छा आतंकवाद और बुरा आतंकवाद की परिभाषा देता हे 2003 का भारत की संसद पर आक्रमण हो या फिर कंधार ओपरेशन ये सिर्फ पाकिस्तान की कुरुर मानसिकता को दर्शाता हे हद तो तब हो जब 2008 में मुंबई की ताज होटल में निहत्ते लोगो को आतंकवादियों ने मार दिया उसका सरंगना हाफिज शहीद और लख्वी जैसे लोग आज भी पाकिस्तान में खुले आम घूम रहे हे लख्वी तो पाकिस्तान की जेल में रह कर भी पिता बन गया ये सब पाकिस्तान के कानून का खुल्ला मजाक बनाता हे लेकिन पाकिस्तान अभी भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आता हे भारत ने अपने हिस्से जिसको पाकिस्तान ने कब्ज़ा किया हुआ हे उसमे सर्जिकल स्ट्राइक की और आतंकवादियों को मार दिया इसके बाद हमने एयर स्ट्राइक की लेकिन पाकिस्तान अपनी जनता से सच को छुपाना उसकी विदेश निति के फ़ैल होने की निसानी हे आज भारत जहा मंगल तक पहुंच गया हे हमने चाँद को भी छू लिया हे लेकिन हम जहा आईटी और मेडिकल में आसमान तक जा चुके है लेकिन पाकिस्तान ने अपने यहाँ पर आतंकवाद की फैक्ट्री खोल राखी हे जब पाकिस्तान में पेशावर में बच्चो पर आतंकवादिओं ने
हमला किया था तो हिन्दुस्थान का हर एक आदमी रोया था क्यूई पाकिस्तान अब तो समझ जाए की आतंकवाद किसी का भी नहीं होता और हम उम्मीद करते हे कभी तो वहाँ पर एक ऐसी सरकार बनेगी जो सिर्फ विकाश को प्राथमिकता देगी
जब इमरान खान की सरकार बनी थी तो हमको उम्मीद थी की अब पाकिस्तान में कुछ बदलेगा
मोदी ने पाकिस्तान की सरकार से कहा की पांच साल आप अपने मुल्क में गरीबी के खिलाफ लड़ाई करो और हम भी पांच साल गरीबी से लड़ते हे फिर रिजल्ट देखते हे लेकिन इन बातो का पाकिस्तान ने गलत मतलब ले लिया उसने पहले पठानकोट कर 'दिया उसके बाद उरी हो गया लेकिन पाकिस्तान ने भारत पर आतंकवाद को थोफना बंद नहीं किया उसके बाद भारत का कश्मीर में धारा 370 को खत्म कर देना लेकिन पाकिस्तान के पीएम अपने मुल्क की तरक्की को छोड़ कर भारत के आंतरिक मामलो को उन यूएन में ले जाना
इसकी वजह से आज भारत और पाकिस्तान के रिश्तो में तनाव पैदा हो गया हे हमे उम्मीद हे
एक दिन पाकिस्तान आतंकवाद को छोड़ कर विकाशवाद का रास्ता अपना लेगा
जय हिन्द
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