The Number One Reason You Should (Do) GROWING CORRUPTION INSIDE RAJASTHAN


राजस्थान के अंदर बढ़ता हुआ करप्शन आम लोगों के लिए सिरदर्द का विषय बन चुका है हर एक चीज में करप्शन हो गया है अगर आपको एक छोटा सा काम कराना है इसमें भी रिश्वत देने की आवश्यकता पड़ती है राजस्थान में सरकारें आती-जाती रही लेकिन कोई भी सरकार को कंट्रोल नहीं कर पा रही है यह करप्शन राजनीति की देन है करप्शन के बहुत उदाहरण देखने को मिल सकते हैं हर गली गली में करप्शन के उदाहरण है अगर कहीं पर कोई सड़क डाल रही है तो 3 महीने बाद वह सड़क खराब हो जाएगी और इंजीनियर भी उसका वेरिफिकेशन अच्छे से दिखा देगा ऐसा क्यों यह पैसा आम आदमी के खून पसीने का पैसा है इसका अच्छी तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पाता और राजस्थान की स्थिति बदतर होती जा रही है अभी ताजा धौलपुर के पास तीन तालाबों को काम पास किया गया था लेकिन कागजों में तीनो के तीनो बना दिया ₹250000000 भी उठा लिया लेकिन एक भी काम पूरा नहीं हो पाया राजस्थानी समय भ्रष्टाचार मिलावटी चीजें बनाने में उग्रवाद और जातिवाद में सबसे आगे पहुंच चुका है और यह सब राजनीतिक पार्टियों की शह पर कार्य होते हैं कुछ राजनेता चंद्र वोटों के लिए अपने ईमान को बेच देते हैं खैरथल कस्बे के नेता दीपचंद खेरिया इसके जीते जागते उदाहरण है
2 अप्रैल 2018 राजस्थान में दंगे हुए एससी एसटी एक्ट कमजोर हुआ और इसका नुकसान सबसे ज्यादा दलित लोगो को हुआ जातिवाद के चक्कर में दलित लोगों के साथ बहुत शोषण हुआ क्या बूढ़े क्या बच्चे किसी को भी असामाजिक सरकारी तत्वों ने नहीं छोड़ा उनको घरों से उठाकर ले गए बूढ़े बच्चे किसी को भी नहीं बख्शा उनको पर झूठा केस लगाया जाए जो आज भी उस चीज का परिणाम भुगत रहे हैं उनका क्या कसूर था इस राजनीति के चक्कर में वह लोग पीसकर रह गए आंदोलन तो गुज्जर समाज ने भी जाट समाज ने भी किया था लेकिन उनका कुछ भी नहीं हुआ था 
2 अप्रैल को राजस्थान खासतौर से अलवर डिस्ट्रिक्ट मैं कस्बा खैरथल कश्मीर बन गया लेकिन धारा 144 लगा दी गई प्रशासन में जातिवाद के चक्कर में लोगों पर बहुत अत्याचार किया पूरे समाज में कर्फ्यू जैसा माहौल हो गया लोगों ने पहाड़ों पर अपना जीवन यापन किया पूरे 15 दिनों तक या कुछ लोगों ने तो महीनों तक भी किया डर की वजह से जैसे वह कहीं बाहर से आए हो बच्चे बूढ़े औरतें सब भूखे प्यासे पहाड़ों पर बैठे थे सरकारी असामाजिक तत्व उनको कोपकड़ कर ना ले जाए अगर देश मैं दलित के साथ ऐसा ही होता है तो दलित किस देश में होना ही बेवकूफी है उन बच्चों की पढ़ाई लिखाई सब छूट गई उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा स्कूल वालों ने उनको लेने से मना कर दिया क्योंकि वह दलित है उनके ऊपर मानसिक शोषण हुआ परिवार की रोजी-रोटी अनशन गई जातिवाद के चक्कर में लोगों ने उन्हें काम देने से मना कर दिया यहां तक कि उनके भूखे मरने के दिन भी आ गए आ
ज भी उन लोगों को न्याय का इंतजार है और इन सब चीजों की वजह करप्शन है देख चाहे या ना चाहे आज भी एक दलित मरता है तो किसी को दुख नहीं होता है अगर किसी और के साथ कुछ भी होता है मीडिया वाले हा हा हा कार मचा देते हैं दलित के लिए ना ही कोई मीडिया जागता है ना ही कोई समाज जागता है क्यों


Growing corruption inside Rajasthan has become a matter of headache for the common people. Everything has got corruption. If you have to do a small job, there is a need to pay bribe in it too. In Rajasthan, the governments kept coming and going.  This government is not able to control the corruption, it is the product of politics, many examples of corruption can be seen in every street, there are examples of corruption, if there is any  If you are putting it, then after 3 months, that road will be spoiled and the engineer will also show his verification well. Why this money is the money of the common man's blood and sweat, it cannot be used properly and the situation in Rajasthan is getting worse.  Recently, work was passed on three ponds near Dholpur, but all three were made on paper and also raised ₹ 250000000, but not a single work could be completed in Rajasthan.  Ni corruption has reached the forefront of extremism and racism in making adulterated stuff and it's all political sell his faith for some politicians lunar votes parties are working at the behest of Deep Chand Kheria it won awake example leader Khairthal town

 On 2 April 2018, the riots in Rajasthan, the SC ST Act was weakened and its loss was the most, the Dalit people were greatly exploited by the Dalit people due to casteism. Did old and children leave any anti-social government elements and pick them up from their homes?  Older children have not been spared to anyone, a false case should be imposed on those who are still suffering the consequences of that thing.  Switch to the movement ceased ground that people Gujjar community had also been the Jat community but was not he a

 On 2 April Rajasthan, especially in Alwar district, the town became Khairthal Kashmir, but Section 144 was imposed in the administration. People were tortured a lot due to casteism. There was a curfew-like atmosphere in the whole society. People lived their lives in the mountains for 15 days.  Till or some people did it even for months because of fear as if they had come from outside, children old women were sitting on the mountains all thirsty thirsty  If the anti-social element does not make them shudder, if the same happens to the Dalit in the country, then in which country the Dalit is foolish to be in which country, the education of those children was missed, who will take responsibility for them, the school people refused to take them because  He is a Dalit, he was mentally abused, the family's livelihood went on a fast, people refused to give him work even in the face of casteism, even on the day of his starvation.  Even today those people are waiting for justice and the reason for all these things is corruption. Whether or not a Dalit dies even today, no one is sad if anything happens to someone else.  Yes, there is no car for the Dalit, nor does any media wake up, nor does any society wake up

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