Punjabi young man shot dead in Manila ( मनीला में पंजाबी युवक की गोली मारकर हत्या)
The father had no money to bring the son's body from the Philippines, friends cremated there; Mother watched from video call
No one is going to take care of how many people die inside India every day, but it is a matter of shame for the Government of India and irresponsible government of Punjab that they could not even bring the body of the son of India. There was no minister or son of MP or no superstar but he was a star for his family, Modi government talks about going abroad and we will do this but today world There has been much notoriety india asks today the movement of the dock media quiet?
Friday was a tough day for Fauji's family from Ferozepur in Punjab. The entire family, including the mother, participated in the funeral procession through a 22-year-old son's last darshan video call. In fact, 35-year-old Sukhjit Singh Dodhi of Mudki in Ferozepur district went to Manila 22 months ago. On February 5, unknown people shot him. He died on February 12 after 7 days of treatment. The family did not have the money to bring the dead body to India, so the last rites were performed there.
Sukhjit Singh's entire family and relatives gathered at his house on Friday and became part of the funeral via video call. Everyone's eyes were moist. The unconscious mother was repeatedly saying that let the son see once, let him touch it.
फिलीपींस से बेटे का शव लाने के लिए पिता के पास पैसे नहीं थे, दोस्तों ने वहीं अंतिम संस्कार किया; मां ने वीडियो कॉल से देखा
इंडिया के अंदर हर दिन ने जाने कितने लोग मरते हे उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं लेकिन शर्म की बात हे भारत की सरकार की और पंजाब की गैरजिम्मेदार सरकार के लिए की वो भारत के बेटे का शव भी नहीं ला सके क्या इसीलिए की वो किसी भी मिनिस्टर या फिर mp का बेटा नहीं था या फिर कोई सुपरस्टार नहीं था लेकिन वो अपनी फॅमिली के लिए तो स्टार था मोदी सरकार बात करती हे विदेशो में जाकर के हम ये कर देंगे लेकिन आज दुनिआ में इंडिया की कितनी बदनामी हुई है इस हरकत से आज में पूछता हु की ये गोदी मीडिया चुप क्यों है
पंजाब के फिरोजपुर के पूर्व फौजी के परिवार के लिए शुक्रवार का दिन बेहद मुश्किल भरा रहा। मां समेत पूरे परिवार ने 22 साल के बेटे के अंतिम दर्शन वीडियो कॉल के जरिए अंतिम संस्कार का हिस्सा बने। दरअसल, फिरोजपुर जिले के मुदकी का रहने वाला 35 साल का सुखजीत सिंह दोधी 22 महीने पहले मनीला गया था। 5 फरवरी को अज्ञात लोगों ने उसे गोली मार दी। 7 दिन इलाज के बाद 12 फरवरी को उसकी मौत गई। परिवार के पास पैसा नहीं था कि वे शव को भारत ला पाते, इसलिए वहीं पर अंतिम संस्कार किया गया।
सुखजीत सिंह का पूरा परिवार और रिश्तेदार शुक्रवार को उसके घर पर इकट्ठा हुए और वीडियो कॉल के जरिए अंतिम संस्कार का हिस्सा बने। सभी की आंखें नम थी। बेसुध सी मां बार-बार कह रही थी कि बेटे को एक बार अच्छे से देख लेने दो, उसे छू लेने दो।
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